Friday, March 27, 2009

o chanda!


वो उसे
कभी नही देखता
फिर भी वो
हर पल तका करता है

काश कोई उसको
जाके कह दे
चन्दाकभी तो
गौर से देखो
कोई तुझे
हर पल तकता है

अब तो 
इक तारा 
इक टूटी उम्मीद लिए
टूटने को है..!!!  

~मेयनूर

Saturday, March 7, 2009

Ek Kali

जिसके साये मे,
एक कली,
फूल बनके खिली,
उस तारे से,
उस को प्यार हो गया.
 
वो तमाम उम्र,
हाँ, पूरा एक दिन
उसकी झलक को तरसती रही

~मेयनूर

Thursday, March 5, 2009

अधूरा चाँद

कहते है
चाँद कभी 
अधूरा नही होता
वो तो बस
जमीं की छलनी से
ऐसे अधूरा सा लगता है
वैसे ही
जैसे 
खुदा का प्यार
किस्मत की छलनी से

Monday, March 2, 2009

धुआँ


  दिल रहा धुआँ
माहोल हुआ धुआँ

आँखे कुछ ठंडी हुई
अश्क़ बना धुआँ

घर से जो उठा
दीवारें चढ़ा धुआँ

शाम भी धुंधली हुईजब
दिन ढला धुआँ

जीने के शिमोजर है
दिल दुआ धुआँ

माँ ने जब सदका किया
बनी बला धुआँ

खूब सजा दिल का रंग
उसकी कला धुआँ
*****
धुँआ उड़ा था
बहोतकुछ
बू भी
अनजानी सी
लोग जानते
तो बचा ही लेते

सुना है
कल रात
बस्ती मे
एक औरत
जला दी गई है