
वो उसे
कभी नही देखता
फिर भी वो
हर पल तका करता है
काश कोई उसको
जाके कह दे
चन्दा! कभी तो
गौर से देखो
कोई तुझे
हर पल तकता है
अब तो
इक तारा
इक टूटी उम्मीद लिए
टूटने को है..!!!
कभी नही देखता
फिर भी वो
हर पल तका करता है
काश कोई उसको
जाके कह दे
चन्दा! कभी तो
गौर से देखो
कोई तुझे
हर पल तकता है
अब तो
इक तारा
इक टूटी उम्मीद लिए
टूटने को है..!!!
~मेयनूर